सोशल मीडिया पर पत्रकार बनने की ना करें कोशिश… **जरुर पढ़े**
वर्ना हो सकते हैं हलकान और परेशान…
बिना तथ्यों और साक्ष्यों को समेटे “”कॉंपी और पेस्ट”” की कला आपको खिला सकती है जेल की हवा…
जी हाँ !! यदि आप पत्रकार नहीं हैं तो, आपको एक मुफ़्त की लेकिन बेशकीमती सलाह है की आप सोशल मीडिया पर पत्रकार बनने की कोशिश कदापि ना करें, वर्ना आप काफी परेशान हो सकते हैं और आप पर मुसीबतों का पहाड़ टूट सकता है । यही नहीं आपका चलता हुआ उन्नत व्यवसाय और आपकी नौकरी भी खतरे में पड़ सकती है ।
लखनऊ से मुकेश कुमार सिंह की दो टूक—
आजकल सोशल मीडिया के ह्वाट्स एप ग्रुप, फेसबुक या अन्य एप्स पर पत्रकारों से अधिक आम पब्लिक के द्वारा पोस्ट किये गए आधे–अधूरे और उलटे–सीधे समाचार भारी मात्रा में देखने को मिल रहे हैं, जिनके पोस्टकर्ता खुद पत्रकार नहीं हैं बल्कि वे इधर–उधर से अधकचरी और अपुष्ट खबर उठाकर अन्य जगहों पर पोस्ट करते हैं। ऐसा कर के वे खुद को एक बेहतर पत्रकार साबित करने की कोशिश करते हैं।
बताना लाजिमी है की खबर पोस्ट करने के बाद ना उनके पास उक्त खबर से सम्बंधित कोई अन्य जानकारी होती है और ना ही उनके पास उस खबर से सम्बंधित कोई साक्ष्य या सबूत होता है । आपको बता दें की सम्बंधित इलाके का कोई वास्तविक पत्रकार,पहले किसी घटना या प्रकरण की पुष्टि करता है और फिर उसे बेहतर खबर बनाने की कोशिश करता है। लेकिन हद की बात यह है की जबतक वास्तविक पत्रकार कुछ लिखने का समां बांधते हैं, तबतक ऐसे लोगों की अधकचरी, अधूरी और कहीं से चुराई हुई खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगती है। शायद ऐसे लोगों को यह ज्ञात नहीं है की उनके द्वारा पोस्ट की गई कोई भी खबर किसी व्यक्ति, कंपनी, सस्था, समूह या परिवार से जुड़ी होती है। जब आप ऐसी कोई अधूरी या अधकचरी खबर बगैर साक्ष्य या सबूत के सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं तो उस पोस्ट की पूरी जिम्मेदारी और जबाबदेही सिर्फ और सिर्फ आपकी होती है।
उस खबर को आपने चाहे जहाँ से लिया हो उससे कोई फर्क नही पड़ता ।आपको शायद ये भी ज्ञात नहीं की आपकी ऐसी किसी पोस्ट से पुलिस या सरकार को भले ही कोई दिक्कत ना हो,किन्तु, जिस व्यक्ति या संस्था आदि से जुड़ा आपका पोस्ट होगा, उस व्यक्ति या संस्था या उसके परिवार को कई बार उस पोस्ट से ठेस अवश्य पहुँचती होगी । जब कोई जानकार और अनुभवी पत्रकार ऐसी किसी खबर को प्रकाशित या प्रसारित तब करता है, जब वह उक्त खबर से जुड़े अनेक सबूत अपने पास कई माह तक सुरक्षित रखते हैं । लेकिन आप ध्यान दें की,शायद आपके पास ऐसा कोई सबूत या साक्ष्य नही होता है । ये भी जान लें की कोई भी पत्रकार साथी किसी भी खबर को वायरल करने से पूर्व लिखित सबूत, वीडियो या ऑडियो रिकार्डिंग या शिकायत/आरोप की कॉपी अपने स्मार्टफोन, कम्प्यूटर, लैपटाप या पेन ड्राईव आदि में महीनों के लिए सुरक्षित कर लेते हैं तब कोई भी खबर प्रकाशित या प्रसारित करते हैं।
आप इधर से उठाये और उधर पटक दिए ।ना साक्ष्य, ना सबूत और ना ही घटना की सम्पूर्ण जानकारी । किसी के पूछने पर सिर्फ एक जबाब की कहीं से आया,तो आगे बढ़ा दिया ।ऐसे में यदि सोसल मीडिया पर पोस्ट “आपकी किसी भी खबर से” किसी व्यक्ति या संस्था को जरा सी भी ठेस आई या उसको आपके किसी भी पोस्ट से ऐतराज हुआ तो आपको बताये बगैर ही वो आपके खिलाफ कोर्ट केस कर देगा या पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा देगा ।तब बाद में जाकर आपको इसकी जानकारी होगी। तब आप ये भी नही कह सकते की आपने अमुक खबर को नही पोस्ट किया है,क्योंकि,ऐसे लोग शिकायत करने से पूर्व आपके पोस्ट का डिटेल स्क्रीनशॉट,विधि द्वारा सुरक्षित रख लेते हैं जिसमे आपके नंबर,डेट व टाईम सहित पूरी जानकारी होती है की उसे कब और कहाँ अथवा किसके द्वारा पोस्ट किया गया है । अपने खिलाफ केस दर्ज होने के बाद आप अपना बिजनेस या नौकरी छोड़कर कोर्ट-कचहरी और कोतवाली की गणेश परिक्रमा करेंगे और पोस्ट की गई खबर से सम्बंधित कोई भी सबूत कार्रवाई शुरू होने के महीनों बाद जब नही दे पाएंगे,तो आगे क्या होगा आप खुद सोच लें,,,,,,,,
हमारी खुली राय और सलाह है की आप यदि पत्रकार नहीं हैं,तो,ऐसे पोस्ट से बचें ।यदि आपके इलाके में कोई समस्या या घटना हो तो पत्रकारों के सूचनार्थ उसे अवश्य वायरल करें,परंतु,एक जानकारी के तहत,वो भी जिस मामले से आप भली–भाँति परिचित हों,जिसे आपने खुद से देखा हो और उस घटना से मुतल्लिक फोटो या वीडियो आपके पास हो ।””अधगल गगरी छलकत जाए””वाली कहावत के शिकार आप ना हों ।अगर जनता के बीच आपको जानकारी साझा करने की प्रबल इच्छा और भूख है,तो,आप पहले घटना से मुतल्लिक आवश्यक साक्ष्य अपने पास धरोहर की तरह सुरक्षित कर लें,फिर कोई पोस्ट करें ।हमने इस आलेख के जरिये अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन किया है ।हमें इस बात का पक्का भरोसा है की आपसभी हमारी राय से इत्तफाक रखेंगे ।