अस्पताल में हुई तोड़फोड़ कहीं लील ना ले चार मासूम बच्चों की जान

सहरसा टाईम्स एक्सक्लूसिव-—–
चन्दन सिंह की रिपोर्ट—— रविवार को मधेपुरा सदर अस्पताल में लोगों की गुस्से का शिकार बना चार नवजात मासूम ।मधेपुरा अस्पताल में इंजीनियरिंग की छात्र की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने डॉक्टरों के साथ न केवल जमकर मारपीट की बल्कि तोड़फोड़ और आगजनी भी की ।आलम यह था कि वहां से मरीज जान बचा कर भागने को विवश हो गए ।महिलाएं और कई पुरुष मरीज के अलावा नवजात बच्चे भी सदर अस्पताल सहरसा लाए गए जिनकी जान जोखिम मैं है ।
तमाम मरीजों का इलाज सदर अस्पताल सहरसा में हो रहा है लेकिन जो चार मासूम नौनिहाल हैं उन की जान खतरे से बाहर नहीं बताई जा रही है । सभी बच्चे नवजात शिशु गहन चिकत्सा इकाई में भर्ती हैं । महिला मरीज में अमीना खातून,सफीना खातून है ।
पहला बच्चा रानी कुमारी का है जो तीन दिन का है, उसका घर सोरघर, मधेपुरा है। दूसरा बच्चा संगीता देवी, घर गम्हरिया, मधेपुरा महज 13 दिन का है । रिंकू देवी घर, मधेपुरा का बच्चा महज10 दिन का और मुनिया देवी का 8 दिन का मासूम है । बबाल की वजह से मरीजों को इलाज के लिए वहां से भागना पड़ा ।