
मधेपुरा जिले के मुरलीगंज पुलिस द्वारा पिछले दिन देर रात भतखोरा पंचायत के द्वारिका टोल में ज़ी न्यूज़ के जिला संवाददाता शंकर कुमार के घर छापामारी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. एक तरफ जहाँ जिला के सभी पत्रकार लामबंध हो रहा है वही राजनितिक सपोर्ट भी पत्रकार संघ को मिलने लगा है.

गौरतलब है कि आज भाकपा नेता ने विरोध किया है. भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बिहार सरकार एवं बिहार पुलिस शराबबंदी को लागू करने में पूरी तरह विफल है, वे अपने कमियों को छिपाने के लिए गैर कानूनी ढंग से पत्रकार एवं जनप्रतिनिधियों के यहां छापामारी कर रही है. भाकपा नेता श्री प्रभाकर ने कहा कि पिछले दिन पत्रकार शंकर कुमार जब परिवार के साथ अपने घर में सोए हुए थे तब बिना महिला पुलिस के देर रात में छापामारी करना, अत्यंत ही निंदनीय है l उन्होंने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कि छापामारी में क्या निकला ? अगर नहीं तो मुरलीगंज पुलिस पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर जो कुकृत्य की है, उसके लिए मधेपुरा पुलिस अधीक्षक अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं की? भाकपा नेता ने मधेपुरा पुलिस अधीक्षक से शीघ्र हीं दोषी पुलिस अधिकारी पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की और कहा कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो, हम संघर्ष के लिए बाद होंगे।
जाहिरतौर पर शराब के नाम पर जिसतरह से पुलिस छापेमारी कर रही है उसपर विपक्ष भी सरकार पर आरोप लगा रहा है.