सहरसा के सिनेमा घर में कल से लगेगी “पद्मावत”
पद्मावत मूवी को लेकर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना को अब मूवी से कोई सरोकार नहीं.. …….. मुकेश सिंह
संगठन ने लोकतांत्रिक तरीके से पद्मावती मूवी का किया था पुरजोर विरोध
नाम बदलकर और कई कट लगाकर मूवी को किया गया है रिलीज
संजय लीला भंसाली ने फिल्म से इतिहास के किसी सरोकार से इनकार भरा दिया है पत्र
कोई भी सिनेमाघर इस मूवी को लगाए,संगठन को कोई एतराज नहीं
सहरसा टाईम्स की एक्सकलुसिव रिपोर्ट : श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के बिहार-झारखण्ड मुख्य संगठन प्रभारी मुकेश कुमार सिंह ने प्रेस बयान जारी कर के कहा है कि उनके संगठन को अब पद्मावत मूवी से कोई लेना-देना नहीं है ।पहले फिल्म पद्मावती का निर्माण हो रहा था जिसमें महारानी पद्मावती के किरदार से खिलवाड़ करने की कोशिश की जा रही थी ।फिल्म में कई ऐसे भ्रामक तथ्य परोसे जा रहे थे,जिन्हें इतिहास से कोई लेना-देना नहीं था ।श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने इस फिल्म को लेकर देशव्यापी आंदोलन किया ।
मुकेश कुमार सिंह ने कहा कि हमारे आंदोलन की वजह से फिल्म का नाम पद्मावती से पद्मावत किया गया ।यही नहीं फिल्म में कई कट किये गए ।सेंसर बोर्ड ने इस फ़िल्म को हरी झंडी दी और माननीय सुप्रीम कोर्ट ने इसके प्रसारण की ईजाजत दी ।हमलोगों ने लोकतांत्रिक तरीके से अपना विरोध दर्ज कराया था ।हम देश के संविधान और निचली अदालत से सर्वोच्च अदालत का सम्मान करते हैं ।फिल्म में हुए बदलाव के बाद हमारा इस फिल्म से अब कोई लेना-देना नहीं है ।श्री सिंह ने आगे कहा कि सहरसा और सुपौल सिनेमाघर के मालिक मंटू सिंह ने उनसे मुलाकात कर फिल्म के प्रसारण के लिए वार्ता की ।मंटू सिंह ने राजपूत समाज सहित सर्वसमाज से उनके चित्रालय में मूवी प्रसारण से पहले मूवी देखने का आग्रह भी किया है ।मुकेश कुमार सिंह ने सिनेमाघर मालिक को साफ लहजे में कहा कि क्षत्रिय समाज सहित सर्वसमाज को इस फिल्म को लेकर कोई आपत्ति नहीं है ।फिल्म का प्रसारण बिहार और झारखंड के सभी जिलों में हो रहा है ।सहरसा और सुपौल में भी इस फिल्म के प्रसारण में हमारे संगठन की तरफ से कोई अड़चन नहीं है ।सिनेमाघर मालिक फिल्म प्रसारण के लिए स्वतंत्र हैं ।श्री सिंह ने यह भी कहा कि इस फ़िल्म के निर्माता ने हमें लिखित दिया है कि पद्मावत मूवी को इतिहास से कोई सरोकार नहीं है ।आखिर में मुकेश कुमार सिंह ने तल्ख और उग्र लहजे में कहा कि कोई भी फिल्म निर्माता सनातन धर्म और इतिहास से जुड़े मसलों पर फिल्म ना बनाएं ।अगर फिल्म बनाएं,तो सही और इतिहास को समेटकर फिल्म को शिक्षाप्रद बनाएं ।अगर ऐसा नहीं होगा,तो बॉलीबुड के लिए आगे फिल्मों का निर्माण करना मुश्किल हो जाएगा ।एक तरह से श्री सिंह ने इस पद्मावत फिल्म के प्रसारण की ईजाजत दे दी है