वीर शिरोमणि बाबू वीर कुंवर सिंह का विजयोत्सव बना बीजेपी और आंशिक रूप से एनडीए का कार्यक्रम
एक महापुरुष के कार्यक्रम को पार्टी का कार्यक्रम बनाना न्यायसंगत नहीं
राजद,जदयू और कांग्रेस में भी हैं कुंवर सिंह के चहेते और पुजारी
सुपौल जिले के छातापुर के बीजेपी विधायक बाहुबली नीरज कुमार बबलू कुंवर सिंह जागरण मंच के हैं अध्यक्ष
पार्टी हित के लिए 23 अप्रैल की जगह 25 अप्रैल को विजयोत्सव का कार्यक्रम होना भी दे रहा है गलत सन्देश
सहरसा से मुकेश कुमार सिंह की दो टूक–
हम किसी पार्टी के कार्यकर्ता,नेता,या फिर झंडादार नहीं हैं ।आज 23 अप्रैल को बाबू कुंवर सिंह के विजयोत्सव की तिथि मुकर्रर है ।बिहार सहित देश के कई हिस्सों में आज बाबू कुंवर सिंह के विजयोत्सव का कार्यक्रम हो रहा है ।आजादी के इस महानायक पर जीभर के राजनीतिक, सामाजिक और विद्द्वतजन आज जमकर ना केवल कमेंट्री करेंगे बल्कि ज्ञान वर्षा भी करेंगे । आजादी और शौर्य की नयी परिभाषा गढ़ी जायेगी ।हमारा विषय सहरसा में आयोजित हो रहे बाबू कुंवर सिंह के विजयोत्सव का ऑपरेशन है ।23 अप्रैल यानि आज बाबू कुंवर सिंह का विजयोत्सव है ।पूर्व कार्यक्रम के अनुसार आज के दिन ही इस कार्यक्रम में शिरकत करने देश के सम्मानित गृहमंत्री राजनाथ सिंह,केंद्रीय मंत्री सह लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान,केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह,सांसद अश्वनी चौबे सहित कई और सम्मानित नेता आने वाले थे ।लेकिन नीति आयोग की बैठक की वजह से गृहमंत्री राजनाथ सिंह के कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव हुआ और अब वे 25 अप्रैल को आएंगे ।गृहमंत्री की वजह से सारे नेता–मंत्री अब 25 अप्रैल को हीसहरसा आएंगे और विजयोत्सव का यह कार्यक्रम अब 25 अप्रैल को होगा ।
माननीय छातापुर बीजेपी विधायक बाहुबली नीरज कुमार बबलू के अथक प्रयास और प्रभाव का यह नतीजा है की देश के इतने कद्दावर नेता इस कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं ।लेकिन कार्यक्रम से पूर्व ही यह कार्यक्रम कई सवाल खड़े कर रहा है ।नीरज कुमार बबलू की पत्नी नूतन सिंह लोजपा से विधान पार्षद बनी हैं ।इस कार्यक्रम को सफल बनाने में बीजेपी और लोजपा के कार्यकर्ता और नेता सक्रीय दिख रहे हैं लेकिन एनडीए के और घटक दल मसलन हम और रालोसपा के नेता कार्यकर्ता हमें कहीं भी नहीं दिख रहे हैं ।कार्यक्रम में शामिल होने के लिए खासकर नीरज कुमार बबलू और बीजेपी नेता पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना क्षेत्र के गाँव–गाँव घुम-घुम कर लोगों न्योता दे रहे हैं ।बीजेपी के दो पूर्व विधायक संजीव कुमार झा और डॉक्टर आलोक रंजन भी अनमने ढंग से ही सही लेकिन कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे दिख रहे हैं ।लेकिन बीजेपी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में एड़ी–चोटी एक किये हुए है।इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए हम पार्टी और रालोसपा के नेता कार्यकर्ता हमें दूर–दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं ।
बताना बेहद जरुरी है की सहरसा जिला मुख्यालय के गर्ल्स हाई स्कूल के बगल में कुछ पूर्ववर्ती नेताओं के अथक प्रयास से बाबू कुंवर सिंह की प्रतिमा का अनावरण वर्षों पूर्व हुआ था और उस जगह को लोग कुंवर सिंह चौक से जानने लगे हैं ।ठीक उसी जगह पर कुंवर सिंह की लाखों की भव्य प्रतिमा लगाई जा रही है,जहां लाखों खर्च कर के टायल्स, ग्रेनाइड,उच्चतर ग्रिल,बेहतर घेराबन्दी और अकूत प्रकाश पुंज की व्यवस्था की गयी है ।विजयोत्सव कार्यक्रम के दौरान प्रतिमा अनावरण भी विजयोत्सव कार्यक्रम का मुख्य हिस्सा है ।
हमें बेहद ख़ुशी है की आजादी के इस महानायक की प्रतिमा का इस तरीके से भव्य अनावरण होने जा रहा है जिसमें देश के महान नेता शामिल हो रहे हैं ।लेकिन इस कार्यक्रम को दलगत बनाना हमारे गले नहीं उतर रहा है ।इस कार्यक्रम से एक तरह से राजद,जदयू,कांग्रेस,हम और रालोसपा को अछूत की तरह दूर रखा गया है ।हमारी समझ से बाबू कुंवर सिंह किसी जाति अथवा किसी दल के धरोहर नहीं हैं ।ये देश के महानायक हैं,जो देश के प्रत्येक नागरिक के हृदय में उतरे हुए हैं ।
हम इस आलेख के माध्यम से यह भी बताना चाह रहे हैं की इस कार्यक्रम में किसी दल को साथ लेकर नहीं चलना,एक महापुरुष की गरिमा के साथ अन्याय और उनके शौर्य के क्षरण की गाथा है ।
कार्यक्रम को लेकर जब हमने नीरज कुमार बबलू से सवाल किये तो उन्होनें कहा की यह किसी पार्टी का कार्यक्रम नहीं है ।बल्कि यह वीर कुंवर सिंह जागरण मंच के बैनर तले कार्यक्रम हो रहा है ।वे सभी जगह खुद से सभी दल और वर्ग के लोगों के बीच न्योता दे रहे हैं ।आमंत्रण कार्ड में उनकी विधान पार्षद पत्नी नूतन सिंह का नाम भी नहीं है ।वे एक ऐसा प्रयास कोसी इलाके के लिए कर रहे हैं जो ना केवल मिल का पत्थर साबित होगा बल्कि एक नजीर भी साबित होगा ।
वाकई यह कार्यक्रम अति भव्य और एतिहासिक होने जा रहा है ।लेकिन आखिर में हम ताल ठोंक कर कहते हैं की इस कार्यक्रम के बहाने छातापुर बीजेपी विधायक बाहुबली नीरज कुमार बबलू अपने शौर्य,प्रभाव और ताकत का प्रदर्शन करने जा रहे हैं ।इस कार्यक्रम में नीरज कुमार बबलू के जयकारे लगने तय हैं ।अरे हुजूर रूपया बोलता है ।रूपये की हनक कुछ ख़ास होती है ।बुरा लगे या भला,लेकिन इस परिपाटी को हम कहीं से भी जायज नहीं मानते ।