जिले का मंगवार बाजार तालाब और नदी में है तब्दील, आम लोग हैं परेशान

जिले का मंगवार बाजार तालाब और नदी में है तब्दील, आम लोग हैं परेशान
सहरसा टाइम्स : यह तस्वीर है मंगवार बाजार की ।
जहाँ लगभग 10 से 15 गांव के लोग रोजाना मार्केटिंग करने के लिए आते हैं। लेकिन अभी वर्तमान में इस बाजार की हालत देख लीजिए ।बिल्कुल ही तालाब और नदी सा बन गया है ।रोज यहाँ पर औसतन 4 से 5 गाड़ी पलटती है ।
गांव के लोगों को होने वाली समस्याओं पर जनप्रतिनिधि का कोई भी ध्यान नहीं है । इस मौके पर बजरंग दल के प्रिंस सिंह ने कहा कि विगत कई वर्षों से यहां की स्थिति नारकीय बनी हुई है । स्थानीय जनप्रतिनिधि चाहे वह विधायक के रुप में हो या फिर प्रशासनिक अधिकारी हों, हर कोई लापरवाह बने हुए हैं और हालात दुर्घटना और लोगों की मौत को निमंत्रण दे रहा है ।जान-बूझकर इस सड़क के निर्माण परियोजनाओं को अटका दिया गया है । जाहिर तौर पर जनता को होने वाली समस्या को सिरे से टाल दिया गया है ।उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी जब तक लोगों की जान नहीं लेंगे, तब तक वह कुछ करने वाले नहीं हैं ।वही उक्त समस्या को लेकर उन्होंने स्थानीय ग्रामीण जन प्रतिनिधि मुखिया विकास कुमार सिंह एवं पंचायत समिति सदस्य चंदन सिंह को समस्याओं से अवगत कराया जिसके बाद मुखिया एवं पंचायत समिति के द्वारा सांसद दिनेश चंद्र यादव तथा सोनबरसा विधायक रत्नेश सादा से संपर्क करते हुए इन समस्याओं से अवगत कराया तो स्थानीय सांसद एवं विधायक ने आश्वासन दिया कि बहुत जल्द इन्हें ठीक करा लिया जाएगा। कई स्थानीय युवकों की नाराजगी इस बात से थी कि हमेशा प्रशासनिक उदासीनता के कारण स्थानीय समस्याओं का निराकरण समय से नहीं हो पाता है एवं ग्रामीण, इस कार्यालय से उस कार्यालय के चक्कर लगाते रहते हैं, तो किसी दलाल के पीछे चक्कर लगाते रहते हैं। इसके साथ ही कई सारी योजनाएं भी अधर में लटकी हुई है । प्रिंस सिंह ने कहा कि अगर इसका निराकरण नहीं खोजा गया तो आने वाले समय में, स्थानीय सैकड़ों युवकों के साथ एवं ग्रामीणों के साथ आमरण अनशन पर बैठूंगा ।उन्होंने स्पष्ट रूप से स्थानीय प्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि समय रहते इसे दुरुस्त करें ।किसी की मौत का इंतजार ना करें। साथ ही साथ उन्होंने ग्रामीण प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि इस विषय को लेकर जितने भी संबंधित अधिकारी हैं, सभी जनप्रतिनिधि उनसे मिलकर अपनी बात रखें, ताकि इस समस्या का समाधान यथाशीघ्र खोजा जा सके।