पति की मौत, पत्नी जिंदगी और मौत के बीच झूल रही
स्थानीय लोगों ने किया सड़क जाम
मुकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट— आज तड़के मॉर्निंग वॉक कर रहे एक दम्पति को जिला मुख्यालय के रहुआमणि पुल के समीप तेज रफ्तार से गया से सहरसा आ रहे एक पुलिस वाहन ने रौंद डाला ।इस घटना में मौके पर ही पति की मौत हो गई जबकि गम्भीर रूप से जख्मी पत्नी की स्थिति नाजुक बताई जा रही है ।जाहिर तौर पर घटना बड़ी और दुःखद थी और इसने लोगों को झंकझोर कर रख दिया था ।लिहाजा इस हादसे से गुस्साए स्थानीय लोगों ने घंटों सड़क जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार तरीके से हुई कि दूर तक आवाज हुई ।लोगों को लामबंद होते देख पुलिस वाहन चालक,वाहन को लेकर भागने की कोशिश की लेकिन अनियंत्रित होकर वाहन पेड़ से टकड़ा गया और वाहन लेकर भागने में चालक को सफलता नहीं मिल सकी ।
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक सौर बाजार कचरा कढ़ैया निवासी कौशल किशोर शरण एवं शिक्षिका पत्नी रूबी कुमारी सुबह टहलने के लिए घर से निकले थे कि अचानक उसी समय तेज़ रफ़्तार पुलिस वाहन ने इस दंपत्ति को कुचल दिया और उसके बाद वाहन लेकर भागने की कोशिश के दौरान वाहन के अनकंट्रोल होने के कारण पेड़ से वाहन की टक्कर हो गयी ।इस घटना में पति की जहां मौके पर ही मौत हो गयी वहीं बुरी तरह से जख्मी पत्नी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है,जहां उसकी स्थिति नाजुक है ।घटना की सूचना पर मौके पर अधिकारियों का कारवां पहुंचा ।सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी और सदर थानाध्यक्ष आर.के.सिंह ने बड़ी सूझबूझ से ज्वालामुखी बने लोगों को शांत कराया और मृतक के परिजन को सरकारी मुआवजा 4 लाख देने और विधि सम्मत कारवाई का भरोसा दिलाया ।
क्या पुलिस ड्राईवर पर कारवाई होगी ?
अमूमन इस तरह की बड़ी घटना में वाहन चालक को त्वरित गति से जेल भेजा जाता है लेकिन चूंकि यह घटना पुलिस वाहन से घटित हुई है,तो कहीं से भी नहीं लगता कि पुलिसिया चालक को जेल भेजा जाएगा । हमने कई मामलों में देखा है कि पुलिस और कानून रसूख,पैसे,पद और प्रभाव के सामने घूँटने टेक देते हैं ।वैसे किसी भी करवाई के बाद असमय काल के गाल में समाए मृतक अब हमारे बीच फिर से कभी भी नहीं आ सकेंगे ।फिलवक्त सबसे अहम यह है कि जख्मी महिला का ईलाज पुलिस अधिकारी ईमानदारी से कराएं और उसे जिंदा बचा लें ।