
सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट ——जन अधिकार छात्र परिषद ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय पामकला, पामा पतरघट में ग्रामीणों के सहयोग से विद्यालय में अनिश्चित कालीन ताला बन्दी और धरना का आयोजित किया. जिसमें मुख्यमुद्दा विद्यालय के प्रधानाध्यापिका नर्मदा कुमारी ने दिनांक 29 अगस्त 2017 को मध्यानभोजन चावल को व्यापारी सीतल दास ग्राम रेश्ना, मधेपुरा के हाथों बेच दिया. जिसे ग्रामीणों ने रंगे हाथ विद्यालय में ही लोड करते पकर लिया और बांध दिया. जिसकी सूचना प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार अनुज को दूरभाष पर दिया तो उन्होंने कहा कि आप सब पुलिस के हवाले कर दीजिये हम अभी बाढ़ राहत कार्य से सहरसा में हूँ. ग्रामीणों ने पतरघट पुलिस को सूचना दिया और पुलिस आया और आरोपी सीतल दास को गिरफ्तार कर लिया लेकिन रात में ही आरोपी को पुलिस ने छोर दिया जिससे ग्रामीणों में आक्रोश था.
इसी के विरोध में मध्यविद्यालय में ताला बन्दी और धरना दिया जिसमें जन अधिकार छात्र परिषद के प्रखंड अध्यक्ष मुकेश कुमार ने आरोपी शिक्षिका पर कानूनी कार्यवाही हो , और मध्यानभोजन चावल खरीद बिक्री के मामले में FIR दर्ज हो, विद्यालय में सभी छात्र को छात्रविर्ती, पोसाक की राशि मिले इन्ही मांग के साथ अनिश्चित कालीन तालाबंदी कर धरना दिया. विद्यालय में ताला बन्दी की सूचना पर जिला शिक्षा पदाधिकारी शाम के लगभग 3:30 बजे विद्यालय पहुंच कर जायजा लिया और ताल खुलवाने की कोसिस की लेकिन हमारे मांग को अनसुना देख ग्रामीणों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को आक्रोश का सामना करना पड़ा. अंत:जिला शिक्षा पदाधिकारी सारी मांग की लिखित रूप में दिया । तीन दिन के मौहलत पर विद्यालय का ताला खोला गया है जिला शिक्षा पदाधिकारी ने लिखित में स्कूल प्रधान शिक्षिका का निलंबन , और मध्यानभोजन कि चावल विक्री पर प्रार्थमिकी दर्ज , सभी छात्रों को छात्रविर्ती व पोसाक राशि उपलब्ध करवाने सहित तीन दिन में जांच रिपोर्ट देने का लिखित आस्वासन दिया । इसी शर्त पर जनअधिकार छात्र परिषद प्रखंड अध्यक्ष मुकेश कुमार व ग्रामीणों ने धरना व ताला बन्दी खोल दिया। इस ताला बन्दी व धरना में जनअधिकार छात्र परिषद के प्रखंड अध्यक्ष मुकेश कुमार की अहम भूमिका निभाई ग्रामीणों का पूर्ण सहयोग मिला । मोके पर जाप छात्र प्रखंड अध्यक्ष मुकेश कुमार, रणविजय कुमार, श्याम कुमार गुड्डू यादव ,राहुल राय, मदन राय, रंजन मेहता, सुभाष सिंह, लक्मन मंडल, अशोक राय, ललित राय, दयानंद मंडल, सहित सैकड़ों ग्रामीण व जन अधिकार छात्र परिषद के कार्यकर्ता मौजूद थे ।