बिजली विभाग की लापरवाही बना मौत का कारण
राजा कुमार की रिपोर्ट—-
सहरसा जिला के बिहरा थाना क्षेत्र के सत्तर गांव के वार्ड न.02 के निवासी मलेट्रि यादव के पुत्र अरुण यादव को बिजली विभाग के लापरवाही से दर्दनाक मौत घटना स्थल पर ही हो गई।
परिजनों ने कहा कि सुबह में घर से खाना भी नही खाकर निकल थे बोले की एक घंटा में काम कर के घर लौट जाऊंगा ।
गया7रतलब है कि बिजली मिस्त्री अरुण यादव सुबह 9:00 बजे के लगभग अपने फीडर से शटडाउन ले लिया था और वह सुलिन्दाबाद हाई स्कूल के बगल में 11000 बोल्ट के बिजली के पोल पर चढ़कर ठीक कर रहा था,उसी दौरान विद्युत विभाग फिडर में उपस्थित कर्मी ने लाइन दे दिया और उनकी मौत हो गई ।
मौके पर ग्रामीणों ने पहुंचकर विद्युत विभाग से मांग रखा कि बिजली मिस्त्री अरुण यादव के परिजन को जल्द से जल्द उचित मुआवजा व उनके पुत्र को बिजली विभाग में नौकरी दे और फीडर में उपस्थित दो विद्युतकर्मी को 2 दिन के अंदर नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की यदि 2 दिन के अंदर बिजली कर्मी को बर्खास्त करे।
यह बात संदेह की घेरे में दिखाई देता है कि आखिर बिजली सप्लाई बंद करवाने के बाबजूद भी बिजली विभाग के किस अधिकारी ने पुनः बिना जाँच पड़ताल किए बिना सप्लाई चालू करने की हिम्मत दिखाई । यह बात स्पष्ट है कि बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही ने ही अरुण को मौत के घाट उतारा ।