मंडल कारा के बंदियों की मांग हुई पूरी
सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट —
सहरसा : सजायाफ्ता कैदी रघुनी शर्मा के बेटे की मौत और जेल मैन्युअल के प्रावधानों के अनुसार ‘पैरोल’ पर नहीं भेजे जाने से पिछले दो दिनों से जारी बंदियों का राशन-पानी बहिष्कार,कोर्ट पेशी बहिष्कार और अन्य काम-काज के बहिष्कार सहित सत्याग्रह आज जिलाधिकारी सहरसा के पहल तथा केंद्रीय कारा, पूर्णिया के अधीक्षक श्री विधु भारद्वाज की उपस्थिति में बंदियों से वार्ता के उपरांत सद्भावपूर्ण माहौल में समाप्त हो गया ।रघुनी शर्मा के पैरोल के अलावा बंदियों की मुख्य मांग- 11 माह से लंबित पारिश्रमिक का भुगतान, कैदियों को कारा महानिरीक्षक द्वारा दी जाने वाली विशेष छूट (परिहार) से वंचित रखना, अल्पसंख्यक बंदियों के जुम्मे सहित ईद,बकरीद की नमाज के लिए प्रतिनियुक्त इमाम पर रोक, सफाईकर्मी,माली और अतिरिक्त नाई की नियुक्ति जैसी मांगें प्रमुख थी । पूर्व सांसद आनन्द मोहन के नेतृत्व में बंदियों के प्रतिनिधि और केंद्रीय कारा अधीक्षक विभु भारद्वाज की अगुआई में जेल प्रशासन और जिलाधिकारी के बीच घण्टों चली वार्ता में सभी प्रमुख समस्याओं का बिंदुवार समाधान निकाल लिया गया ।समझौते के अनुसार रघुनी शर्मा को बेटे के श्राद्धकर्म में बाँकी बचे दिनों के लिए विशेष सुरक्षा बलों के साथ भेजा गया ।अधिकारियों की विशेष फल पर बंदियों के पारिश्रमिक का बिल बनबाकर भी ट्रेजड़ी में भेज दिया गया है ।जिसका भुगतान 20 अगस्त को स्वयं केंद्रीय कारा अधीक्षक करेंगे ।अधीक्षक केंद्रीय कारा ने एक सप्ताह के अंदर मंडल कारा अधीक्षक से कारा महानिरीक्षक के परिहार का फाईल बढ़ाने का स्पष्ट निर्देश दिया ।साथ ही जुम्मे की नमाज और अल्पसंख्यकों के विशेष पर्व पर तत्काल प्रभाव से पूर्व की तरह इमाम उपलब्ध कराने का निर्देश भी उनके द्वारा निर्गत हुआ ।ज्ञातव्य हो कि देश के अन्य प्रांतों में जहाँ सजायाफ्ता बंदियों को प्रतिवर्ष नियमित अवधि के लिए पैरोल की विशेष छूट है, वहीं बिहार में माता-पिता,पत्नी-पति की मौत, ईलाज,बेटे-बेटी की शादी जैसे महत्वपूर्ण और संवेदनशील मामलों में भी काराहस्तक के प्रावधानों के बाबजूद प्रशासनिक तिकड़म भिड़ा कर बंदियों को पैरोल से वंचित कर दिया जाता है । इसको लेकर ना केवल मंडल कारा,सहरसा बल्कि सम्पूर्ण राज्य के सजायाफ्ता कैदियों में भारी क्षोभ व्याप्त है ।बैठक में जेल प्रशासन की ओर से जहाँ केंद्रीय कारा अधीक्षक श्री विधु के अलावा जिलाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल,मंडल कारा अधीक्षक सुरेंद्र गुप्ता और उपाधीक्षक शिव शंकर चौधरी मौजूद थे,वहीं बंदियों की ओर से पूर्व सांसद श्री मोहन के अलावा अनिल कुमार यादव,मुहम्मद असगर अली,रुतन यादव,पवन यादव,मुहम्मद जाहिद और सुधीर झा और आदि प्रमुख थे ।