शहीद हुए भारतीय सैनिकों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे—प्रधानमंत्री

नयी दिल्ली, 17 जून (भाषा) लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद चीन को कड़ा संदेश देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि शहीद हुए भारतीय सैनिकों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत शांति चाहता है लेकिन उकसाये जाने पर यथोचित जवाब देने में सक्षम है।
भारत ने बुधवार को चीन को दिए गए कठोर संदेश में कहा कि गलवान घाटी में हुई अप्रत्याशित घटना का द्विपक्षीय संबंधों पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उस हिंसा के लिए चीन की ‘‘पूर्व नियोजित’’ कार्रवाई सीधे तौर पर जिम्मेदार है जिसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ सोमवार की रात हुई झड़प में एक कर्नल समेत 20 भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गये थे। इस घटना के दो दिन बाद प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान आया है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत सांस्कृतिक रूप से एक शांति प्रिय देश है…हमने हमेशा से ही अपने पड़ोसियों के साथ मिलकर और मैत्रीपूर्ण तरीके से काम किया है। हमेशा उनके विकास और कल्याण की कामना की है। जब भी समय आया है, हमने देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, अपनी क्षमताओं को साबित किया है।’