चन्दन सिंह की रिपोर्ट—
मानसून से पहले ही झमाझम हुयी बारिश ने सहरसा शहर में बाढ़ का मंजर ला दिया। जिला मुख्यालय के लगभग सभी मुहल्ले पानी से लबालब है जिससे आम आदमी ना केवल हलकान और परेशान हैं बल्कि उनका जीना मुहाल हो गया है।
शहर का रिहायशी मुहल्ला गौतम नगर, गंगजला, कायस्थ टोला, पूरब बाजार, हटियागाछी, नया बाजार, रिफ्यूजी कॉलोनी, मीर टोला, अली नगर, कोसी चौक, भवानी नगर, मसोमात पोखर इलाका पूरी तरह से जल मग्न है। हद की बात तो यह है की मुख्य बाजार गांधीपथ और कपड़ापट्टी,चांदनी चौक सहित स्टेशन रोड पर वाहन सहित पैदल चलना मुश्किल है ।
आज सदर एसडीओ सौरभ जोरवाल ने शहर की स्थिति का खुद जायजा लिया और जल निकासी के लिए अपनी महती कोशिश की. सहरसा में ड्रैनेज सिस्टम नहीं होने की वजह से पानी की निकासी कहाँ और किधर करायी जाए, इसकी व्यवस्था ही नहीं है। हम आपको कोसी चौक का नजारा दिखा रहे हैं जहां सदर एसडीओ खुद से पानी की निकासी में जुटे हुए हैं।
जाप के नगर अध्यक्ष समीर पाठक भी एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उनके साथ मौजूद हैं। समीर पाठक कोसी चौक के अलावे भी एसडीओ साहब के साथ कई और जगह गए। लेकिन समंदर से थोड़ा पानी निकाल भी लेंगे तो क्या होगा? एसडीओ साहब की कोशिश से कुछ इलाके से पानी को निकाला गया। एसडीओ साहब की कोशिश जरूर मानवीय थी लेकिन सिस्टम के पुराने चलन से वे भी लाचार दिखे। सही मायने में आने वाली बरसात में शहर वासियों की खैर नहीं ।