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भारत लीडरशिप फेस्टिवल में सम्मानित होंगे सहरसा के अभिनव नारायण
सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट:: आगामी 9 सितंबर को पटना में आयोजित होने वाले भारत लीडरशिप फेस्टिवल में सहरसा के नौहट्टा प्रखंड के मुरादपुर ग्राम के लाल के अभिनव नारायण झा को सम्मानित किया जायेगा । वह ग्राम निवासी डॉ नारायण झा एवं पूनम झा के पुत्र है । बता दे की 2 माह पूर्व जून में सहरसा में इन्होंने कोशी शिखर सम्मेलन का आयोजन करवाया था । कम उम्र से ही पढ़ाई के साथ साथ सामाजिक कार्यो में इनकी संलिप्तता काबीले-ए-तारीफ़ है ।
ये वर्तमान में एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी लॉ स्कूल में विधि की पढ़ाई कर रहे है । बचपन से ही राजनीति एवं सामाजिक कार्यो में इनकी रूचि रही है । इनका मानना है कि देश के प्रत्येक व्यक्ति के पास अगर लॉ की जानकारी रहेगी तो समाज एक बेहतर एवं सुचारू तरीके से काम करेगा । इसके लिए वो गांव एवं ऐसे इलाके में लोगों को इसके बारे में जागरूक कर रहे है जहाँ उनको जानकारी का आभाव होता है । मुफ़्त में विधि सहायता प्रदान करना इनका मुख्य उद्देश्य है ।
पिछले वर्ष इनके दिशा-निर्देशन में पटना में पाटलिपुत्र राष्ट्रीय युवा संसद का आयोजन हुआ जिसमें देशभर से तक़रीबन 500 से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया । इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओ के बीच संसद के कार्यप्रणाली को समझाना था । इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी , तत्कालीन राज्यपाल महामहिम रामनाथ कोविंद एवं सांसद पप्पू यादव जी उपस्थित थे ।ko
इससे पहले भी इनको बहुत सारे सम्मान से नवाजा गया है । 2018 में ही दिल्ली के एम•एल•भारतीय ऑडिटोरियम में आनंद एन•जी•ओ की तरफ से सोसाइटी डेवेलपमेंट अवार्ड से नवाजा गया था । अब इनको अंतर्राष्ट्रीय संस्थागत संगठन की तरफ से भारत लीडरशिप अवार्ड से नवाजा जायेगा । इनको युवा राजनीति के क्षेत्र में यह सम्मान प्राप्त होने जा रहा है ।
यह सम्मान देश भर के लोगों को उनके द्वारा किए गए अद्भुत एवं अतुलनीय कार्यो के लिए दिया जाता है । शिक्षा , स्वास्थ्य , युवा राजनीति , साहित्य , पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यो के परिणामस्वरूप यह सम्मान प्राप्त होता है । अभिनव का चयन साक्षात्कार प्रक्रिया के बाद हुआ । सम्मान के लिए चयनित होने के बाद पूरे परिवार एवं गाँव में हर्ष का वातावरण है । ग्राम के मुखिया , सरपंच , जिला परिषद के सदस्य एवं तमाम बुद्धिजीवी ने बधाई दी है ।
अभिनव से जब इस बारे में बात हुई तो वो कहते है कि उनके लिए जरूर ये ख़ुशी की बात है लेकिन एक बात उनके दिल में हमेशा से कचोट रही है वो है हर साल बाढ़ की विभीषिका से हज़ारों लोग बेघर हो जाते है , कितने लोगो की जान चली जाती है । वो अपने इलाके एवं पुरे उत्तर बिहार के लिए कुछ ऐसा करना चाहते है जिससे इस समस्या का समाधान निकले । असल में तब जाकर उनके इस सम्मान का महत्त्व उन्हें पता चलेगा ।